kismat ka upay Fundamentals Explained
kismat ka upay Fundamentals Explained
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अगर आप सच्चे मन और श्रद्धा से इन उपायों को विश्वास के साथ करते हुए चलते हैं तो कहीं ना कहीं आपकी किस्मत एक दिन रंग लाएगी क्योंकि जब व्यक्ति अपनी किस्मत चमकाने के उपाय करता है तो उसमें आस्था और विश्वास जुड़ जाता है और उसका परिणाम से मिल जाता है।
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नौवें भाव में केतु उच्च का और राहु नीच का माना गया है। यदि आपकी कुंडली में यह स्थिति है तो भाग्य पर अशुभ ग्रह स्थित है। हो सकता है कि इस स्थान पर अशुभ या क्रूर ग्रहों की दृष्टि हो या गुरु पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि या गुरु शत्रु भाव में बैठा हो तो भाग्य कमजोर होगा और जातक को भाग्य का सहयोग प्राप्त नहीं होगा। अर्थात उसे उसके भाग्य से कुछ भी नहीं मिलेगा।
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प्रतिदिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं. ऐसा करने से आपके जीवन में शनि, राहु, केतु का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा. साथ ही आपका भाग्य भी अच्छा रहेगा.
अब जानते है बुध ग्रह को मजबूत करने के उपायों के बारे में:
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हालांकि लाल किताब के अनुसार संपूर्ण जन्म पत्रिका का विश्लेषण करने के बाद ही उपाय बताए जाते हैं इसीलिए यहां भाग्य को जगाने के लिए सामान्य उपाय ही बताए जा रहे हैं। लाल किताब का विशेषज्ञ सोए हुए ग्रहों की दृष्टि देखकर उन्हें जगाने के उपचार बताते हैं। कौन से भाव को किस ग्रह के द्वारा जगाया जाता है, इसे जानने से पहले यह जानना जरूरी होता है कि उसे देखे जाने वाले भाव के अंदर कौन सा ग्रह स्थापित है। हो सकता है कि किसी ग्रह को जगाने पर अनर्थ भी हो जाए इसलिए हमेशा भाव को सही रूप से समझकर ही जगाना चाहिए।
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घर का केंद्र रहे खाली : इस बात का ध्यान रहे कि आपके घर का केंद्रीय भाग या हिस्सा हमेशा खाली रहे। उस जगह पर कोई निर्माण नहीं करना चाहिए। इस जगह मंदिर जरूर बनवा सकते हैं। घर का यह हिस्सा ब्रह्मस्थान माना जाता है।
लाल किताब के अनुसार गुरु यदि छठे, सातवें, आठवें और दसवें घर में है तो वह अशुभ फल देगा। अत: कम से कम इस भाग में बैठे गुरु के उपाय तो करना ही चाहिए। दूसरा यह कि यदि गुरु नवम भाव में बैठे हैं तो सावधानी रखना जरूरी होती है अन्यथा व्यक्ति अपने जागे हुए भाग्य को अपने कर्मों से सुला देता है। तो करें ये उपाय।
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